ऋषिकेश- स्पर्श गंगा संस्था ने छात्र-छात्राओं को दिलाया हिमालय को बचाने का संकल्प

त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – स्पर्श गंगा संस्था की ओर से हिमालय बचाओ अभियान के तहत छात्र छात्राओं को हिमालय बचाने का संकल्प दिलाया। इस मौके पर एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
गुरुवार को पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज मैं स्पर्श गंगा की संयोजिका सरोज डिमरी की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। विचार गोष्ठी में प्रधानाचार्य ललित किशोर शर्मा ने कहा कि हिमालय भारत का मुकुट है जिसकी रक्षा करना सभी का प्रमुख कर्तव्य है। हिमालय के बिना भारत का कोई अस्तित्व नहीं है जिसे बचाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। हिमालय हमें शुद्ध पर्यावरण तो देता ही है साथ ही हमें प्रेरणा भी देता है। इसी के साथ उन्होंने हिमालय से निकलने वाली गंगा की उपयोगिता के बारे में बताया कि गंगा का उद्गम गोमुख है जो कि वहां से निकल कर गंगासागर तक अविरल रूप से बह रही है वह भारत की जीवन रेखा के रूप में भी जानी जाती है। उन्होंने कहा कि गंगा को सनातन धर्म में काफी मान्यता दी गई है। सिर्फ गंगा ही एक ऐसी नदी है जिसे मां का दर्जा प्राप्त है। जिसके जल को सनातन धर्म में सभी धार्मिक आयोजन करने से पूर्व उपयोग में लाया जाता है। इतना ही नहीं गंगा आम नागरिक से लेकर किसान तक के लिए काफी उपयोगी है जो कि बंजर भूमि को भी सिंचित कर खेती के उपयोग मे लाये जाने के योग्य बनाती है। स्पर्श गंगा अभियान की संयोजिका सरोज डिमरी ने गंगा व हिमालय उपयोगिता पर विचार व्यक्त किए। उनका कहना था गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाए जाने के लिए जन जागरण के माध्यम से पिछले काफी समय से अभियान चलाया जा रहा है।जिसके चलते आज पूरे देश में गंगा के प्रति लोगों में जागृति उत्पन्न हुई है। इस अवसर पर नगर निगम पार्षद रीना शर्मा, विद्यालय के प्रबंधक बृजेश चंद शर्मा, कांता शर्मा, दर्शनी नौटियाल, दिगंबर नौटियाल, विमला देवी, मूंगा देवी, जयंत शर्मा आदि मौजूद थे।

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