ऋषिकेश- संस्कृत विद्यालय प्रबन्धकीय शिक्षक संघ ने की छूटे हुए शिक्षकों को मानदेय की सूची में सम्मिलित किये जाने की माँग
त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश- उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय प्रबन्धकीय शिक्षक संघ ने कहा कि राज्य सरकार से मानदेय प्राप्त कर रहे प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में155 शिक्षक कार्यरत है। जिनका समायोजन का मामला शासन में गतिमान है। लेकिन आज तक राज्य सरकार द्वारा इनका समायोजन नहीं हो पाया। इन शिक्षकों ने अपना पूरा जीवन इन विद्यालयों में लगा दिया परन्तु आज भी ये मानदेय पर कार्यरत है।
शनिवार को उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय प्रबन्धकीय शिक्षक संघ की बैठक संघ के अध्यक्ष डाँक्टर जनार्दन कैरवान की अध्यक्षता में श्री पंजाब सिंध क्षेत्र साधु संस्कृत महाविद्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में ऋषिकेश ,हरिद्वार एवं देहरादून के समस्त संस्कृत महाविद्यालयों/विद्यालयों के प्रबन्धकीय शिक्षक उपस्थित थे। संघ के अध्यक्ष डॉक्टर जनार्दन कैरवान ने कहा कि प्रदेश के अधिकतर संस्कृत विद्यालयों का पठन-पाठन एवं अन्य गतिविधियां प्रबन्धकीय शिक्षकों के भरोसे ही संचालित हो रही हैं । जो कई वर्षों से इन विद्यालयों में अपने सेवायें दे रहे हैं। लेकिन आज तक इनका समायोजन नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से मानदेय प्राप्त कर रहे प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में155 शिक्षक कार्यरत है जिनका समायोजन का मामला शासन में गतिमान है परन्तु आज तक राज्य सरकार द्वारा इनका समायोजन नहीं हो पाया इन शिक्षकों ने अपना पूरा जीवन इन विद्यालयों में लगा दिया परन्तु आज भी ये मानदेय पर कार्यरत है। उन्होंने कहा की आगामी अगस्त मास में संस्कृत सप्ताह/संस्कृत मास के उपलक्ष में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा संघ के संरक्षक डॉक्टर नवीन पंत ने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण हेतू जनपद स्तर पर संगठन को मजबूत किया जायेगा। संघ के पदाधिकारियों ने एकमत होकर राज्य सरकार से मानदेय प्राप्त कर रहे शिक्षकों के समायोजन एवं छूटे हुए शिक्षकों को मानदेय की सूची में सम्मिलित किये जाने की माँग की साथ ही जिला स्तर पर शिक्षकों के लिए संस्कृत प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन करने के सम्बन्ध में भी चर्चा की गई। बैठक का संचालन संघ के महामंत्री आचार्य सुभाष चन्द्र डोभाल ने किया। बैठक में संघ के संगठन मंत्री सुशील नौटियाल, कोषाध्यक्ष विजय जुगलान, संरक्षक जितेन्द्र भट्ट, नवीन भट्ट, बिपिन बहुगुणा, हेमन्त तिवारी, शान्ति प्रसाद मैठाणी, विनोद गैरोला, मनोज शर्मा, सागर झा सहित कई शिक्षक उपस्थित थे।