ऋषिकेश- कथावाचक ने किया कृष्ण सुदामा की कथा का वर्णन
त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश _ कथावाचक व्यास मुनि विवेकानंद उनियाल ने भगवान श्रीकृष्ण के विवाह लीला और कृष्ण-सुदामा की मित्रता की कथा सुनाई, उन्होंने भगवान श्रीहरि के चरणों में समस्त प्राणी जगत का कल्याण और उद्धार होना बताया।
चौदह बीघा में आयोजित श्रीमदभागवत कथा के सातवें दिन ढोल दमाउं की थाप पर कथावाचक व्यास मुनि विवेकानंद उनियाल के सानिध्य में पूर्णानंद गंगा घाट तक कलश यात्रा निकाली गई। व्यास मुनि समेत समस्त श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया। इसके बाद कथा स्थान पर आयोजित यज्ञ में डिमरी परिवार के सदस्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के संग यज्ञ में आहूति डाली। कथावाचक व्यास मुनि विवेकानंद उनियाल ने भगवान श्रीकृष्ण की विवाह लीलाओं का सुंदर वर्णन किया। इसके बाद व्यास मुनि ने कृष्ण और सुदामा की मित्रता की कथा सुनाई। कहा कि सुदामा के चरित्र से हमें यह सीख मिलती है कि भगवान के चरणों में ही समस्त प्राणी जगत का कल्याण एवं उद्धार निहित है। उन्होंने बताया कि श्रीमदभागवत कथा के अंतिम आठवें दिन महाभारत काल में हुए सर्वग्रह सूर्यग्रहण, यदुवंशीयों की स्थापना, उद्धव-गोपियों की कथा एवं भगवान दत्तात्रेय की कथा सुनाई जाएगी, इसके बाद यज्ञ में पूर्णहूति दी जाएगी। कथा के आयोजनकर्ता मनीष डिमरी ने बताया कि पूर्णाहूति के बाद विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। मौके पर एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, समाजसेवी चंद्रवीर पोखरियाल, सभासद गजेंद्र सजवाण, हिमांशु बिजल्वाण, राजेश बहुगुणा, रवि भंडारी, प्रिंसी रावत, सुनील उनियाल, केशव उनियाल, परमेश उनियाल, संदीप उनियाल, भुवनेश भट्ट, विकास सेमवाल, उल्लास बहुगुणा, शंकर नौटियाल आदि उपस्थित थे।