ऋषिकेश- सीमांत जनपद उत्तरकाशी में बनेगा प्रदेश का पहला डिस्ट्रिक स्मार्ट कंट्रोल रूम
त्रिवेणी न्यूज 24
उत्तरकाशी _ सीमांत जनपद उत्तरकाशी में प्रदेश का पहला डिस्ट्रिक स्मार्ट कंट्रोल रूम जल्द शुरू हो जाएगा। इसके लिए सिविल वर्क पूरा होने के बाद वर्तमान में इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कार्य पूरे किए जा रहे हैं। वहीं, 70 नए कैमरे स्थापित करने के लिए जगह चयन का काम किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अफसरों के मुताबिक, कंट्रोल रूम का करीब 75 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका। जल्द शेष कार्य पूरा कर इसे चालू कर दिया जाएगा। वर्ष 2019 में केंद्र सरकार के कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की योजना के तहत जनपद का चयन देश के 17 जनपदों में डिस्ट्रिक स्मार्ट कंट्रोल निर्माण के लिए हुआ था।
राज्य से योजना में चयनित होने वाला उत्तरकाशी एक मात्र जनपद है। योजना के तहत यहां 2.11 करोड़ लागत से बनने वाले डिस्ट्रिक स्मार्ट कंट्रोल रूम का निर्माण वर्ष 2022 अंत में शुरू हुआ था। वर्तमान में इस कंट्रोल रूम का सिविल वर्क पूरा होने के बाद अब इलेक्ट्रो मैकेनिकल कार्य पूरे किए जा रहे हैं।
70 स्थानों पर लगाए जाएंगे पांच मेगापिक्सल के एचडी कैमरे _
पूर्व में कार्य का जिम्मा लोनिवि विद्युत यांत्रिक खंड ऋषिकेश को दिया गया था, लेकिन अब इसे दिल्ली की सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड कंपनी अंजाम दे रही है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जेई शार्दुल सिंह ने बताया, स्मार्ट कंट्रोल रूम के तहत कुल 70 स्थानों पर पांच मेगापिक्सल के एचडी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे गंगोत्री व यमुनोत्री धाम से लेकर चारधाम यात्रा मार्ग, खनन पट्टे के क्षेत्रों, जनपद की सीमा क्षेत्र में लगने हैं। इन कैमरों में 360 डिग्री घूमने वाले पीटीआर कैमरे भी शामिल हैं, जिन्हें अधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लगाने की योजना है। वर्तमान में कैमरों को लगाने के लिए जगह चिह्नित करने का काम किया जा रहा है। जल्द जगह फाइनल होने के बाद कैमरे लगाकर उन्हें फाइबर केबल के जरिए कंट्रोल रूम से जोड़ दिया जाएगा। डिस्ट्रिक स्मार्ट कंट्रोल रूम के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। एक माह में यह पूरा कर लिया जाएगा। इसके बनने से चारधाम यात्रा प्रबंधन के साथ आपदा प्रबंधन आदि कार्यों में मदद मिलेगी। -रजा अब्बास, एडीएम उत्तरकाशी।
पुराने कैमरे भी जोड़े गए _
आपदा प्रबंधन विभाग के जेई शार्दुल सिंह ने बताया, स्मार्ट कंट्रोल रूम से पुलिस विभाग के पहले से लगे 70 से अधिक कैमरों को जोड़ा गया है। इससे करीब 150 से अधिक कैमरे हो जाएंगे। इन कैमरों में एक माह तक रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहेगी।