ऋषिकेश- अंतरराष्ट्रीय गढवाल महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे सिंह नेगी के कार्यालय में हुआ गढ़वाली गीत “बौ कु तमासू’ का लोकार्पण
त्रिवेणी न्यूज 24
ऋषिकेश – अंतरराष्ट्रीय गढवाल महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य अपनी अनूठी लोककला और संस्कृति के लिए जानी जाती है। राज्य की कुछ लोक विधाओं ने तो देश और दुनिया में अपनी खास पहचान भी बना ली है।उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति के दीदार लोक कलाओं और लोक विधाओं को अब गति मिलने लगी है। लिहाजा देश और दुनिया में लोग उत्तराखंड की लोक कला और संस्कृति के बारे में जानने को उत्सुक हो रहे हैं। शनिवार को देहरादून रोड़ स्थित महासभा कार्यालय में गढ़वाली गीत “बौ कु तमासू’ का लोकार्पण किया गया। पलायन पर आधारित व्यंग गीत का लोकार्पण गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे सिंह नेगी एवं लोक गायक दक्ष नौटियाल ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे सिंह नेगी ने कहा कि महासभा लगातार उत्तराखंड की महान गढ संस्कृति के प्रचार प्रसार में सक्रिय भूमिका निभा रही है । यह तमाम कार्यक्रम पूरे वर्ष भर आगे चरणबद्ध तरीके से निरंतर जारी रहेंगे। इस अवसर पर लोक गायक दक्ष नोटियाल ने बताया कि उनका ये नया गीत एके फिल्म्स के बैनर तले रिलीज किया गया है । जिसमे पहाड़ के पानी, संस्कृति सुंदरता के साथ ही पलायन की समस्या को मुख्य रूप से गीत के माध्यम से दर्शाया गया है । आज आधुनिक दौर में चकाचौंध के कारण युवा पीढ़ी लगातार अपने पहाड़ से पलायन कर मैदानी क्षेत्रों की ओर अग्रसर होती जा रही है पहाड़ में निवास कर रहे बूढ़े मां बाप अपने बच्चों के घर वापस लौटने की आस लगाए बैठे रहते हैं। जबकि पहाड़ में अब तमाम संसाधन उपलब्ध हो चुके हैं ,बावजूद उसके अभी भी पलायन जारी है । गीत को सुबोध व्यास द्वारा लिखा गया है ,जिसका संगीत शैलेंद्र सेलू द्वारा तैयार किया गया है ।इस अवसर पर अंकित नैथानी, मंगलेश बिजल्वाण, बीरेंद्र ममगई, बबलू नोटियाल, मनमोहन डिमरी, राहुल कटैत, प्रदीप डिमरी उपस्थित थे।